• २०८० जेठ ८ सोमबार

किसानक फाटल धोती

स्तब्ध मन

भरदुतिया के नोत

अंतिम इच्छा

गलतीके सजा

गलतीके सजा

स्नेहक डोरा

अहाँ सैनिक छी