कफन ओढने से पहले भी
कई बार खुदकके
खुद ने ही
कफन ओढ़ाया था
किंतु कलम ने कहा
लाल रंग पर
काली स्याही से लिख दो-
बेटे तुम सिर्फ
बेटे ही नहीं रहोगे
एक दिन तुम भी
पिता बनोगे ।
खडा किया है
जिस दहलीज के बाहर
कल तुम भी
इसी जगह खड़े हो ओगे ।
कोमल वाधवानी प्रेरणा
उज्जैन, मध्यप्रदेश, भारत