कविता-हिन्दी

कर्तव्यों से बंधी हम सशक्त नारी
अपनी शक्ति की सदा देती आ रही अग्नि परीक्षा
संस्कारों से सजी हम सशक्त नारी
घबराती नही कठिन और मुश्किल घड़ी से
ज़िन्दगी के इस रंग मंच पे खुद को उतारती
गिरती, पड़ती संभलती देखो संबल होती सशक्त नारी
पड़ती कभी ना कमजोर अस्त्र सदा हिम्मत का रखती
देती परिचय…हम नारी है सशक्त …न कोई अबला बेबस बेचारी
रख हिम्मत सदा सजती सबरती परिवार सवारती
जीवन समर्पित कर परिवार को उसकी खुशियों में सदा खुश होती
हर अग्नि परीक्षा में उतीर्ण होती बन जाती सब की प्यारी
दिलो में दर्द के जख्म लिए मुस्कान बिखेर
खुद को कहलाती सर्वश्रेष्ठ सशक्त नारी
दोनो कुल का मान निभाना अपनी खुशियों का दे बलिदान
सहनशक्ति का परिचय दे हम पा जाते हमेशा की तरह देवियों का मान
ऐसा कर हम खुद में पा सकते है सर्वश्रेष्ठ सशक्त नारी का सम्मान
जी हाँ हम नारी बन जाते सर्वश्रेष्ठ शक्तिशाली सशक्त नारी देश का अभिमान
डॉ सुमन सोनी, वाइस प्रिंसिपल
भागलपुर बिहार