• २०८१ मंसिर २९ शनिवार

मछली रानी

कुंवर वीर सिंह मार्तंड

कुंवर वीर सिंह मार्तंड

मछली रानी मछली रानी
जल में  कैसे रहती हो
इधर उधर हो दौड़ा करती
नहीं जरा भी थकती हो ।

मछली रानी मछली रानी
ठंडक तुम्हें न लगती क्या ?
नहीं कांपती नहीं ठिठुरती
स्वेटर नहीं पहनती क्या ?

मछली रानी मछली रानी
कपड़े नहीं पहनती क्यों ?
बिन कपड़े के सदा घूमती
मम्मी से ना कहती क्यों ?

मछली रानी मछली रानी
जल से बाहर आओ ना
कितना सुंदर देश हमारा
इसे देखकर जाओ ना ।

मछली रानी मछली रानी
जल बिन तुम मर जाती क्यों ?
जब में तुमको हाथ लगाता
तुम इतनी डर जाती क्यों ?

मछली रानी मछली रानी
क्या तुम पढ़ने जाती हो ?
मैडम तुम्हें काम जो देती
उसको तुम कर पाती हो ?

मछली रानी मछली रानी
मेरे घर पर आओ ना ।
मुझको तुम अच्छी लगती हो
दोस्त मेरी बनजाओ ना ।


(कोलकाता, भारत निवासी कुंवर वीर सिंह मार्तंड प्रसिद्ध कवि हैं ।)
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