• २०८१ भाद्र २६ बुधबार

सेमल के फूल

प्रज्वल चतुर्वेदी

प्रज्वल चतुर्वेदी

बड़ी इच्छा हो
किसी के साथ जीने की

और उसका साथ
जब संभव न हो पाए-
तब सेमल की तरह
पत्तों के झड़ जाने के बाद
अपने दुःख को
एक फूल बनाना चाहिए ।


प्रज्वल चतुर्वेदी
मिर्जापुर, उत्तरप्रदेश, भारत