• २०८१ चैत ११ मङ्गलबार

लगाओ नारा महिलावां ने भी

कमला जैन

कमला जैन

बड़ा आयोजना सागे जुलसा, भाषण प्रतियोगिता बनाओ ।
लगाओ नारा महिलावां ने भी
पुरुष बराबर सम्मान चाइजै,
अपने अधिकारां री अपने हाथां मेंकमान चाइजै ।
प्यारी बहनों ! इं वास्ते, ऊंचो राखो स्वयं रो मनोबल
क्यूं समझो खुद न अबला ?
म्हे हां ! सिंहनी सम सबला ।
समझ रो फरक है, आपां हर मुश्किल ने कर सकां सरल,
जठे चाहो भिड़ा द्यो, तैयार हाँ,
मिनखकद कर सकै नारी री परतल ।
नारी मोम सी कोमल भी है तो,
फौलाद सी मजबूत भी,
चाहे पढल्यो इतिहास, चाये देखो वर्तमान- सामो है सबूतजी ।
गलतविचार, गलत कुरीति, छल कपट सूं रहवाँ दूर,
“कमला“ प्रत्यक्ष- परोक्ष मिलकर लेवां जीने रो आंनद भरपूर ।।


कमला जैन, राजबिराज (नेपाल)