• २०८१ असोज २४ बिहीबार

केतना बा प्यार

पूजा बहार

पूजा बहार

बड़ा इयाद आवेला साजन
तोहार हो,
कईसे कही कि केतना बा तोहरा से पियार हो ।
तड़पिला हमहुँ रातदिन तोहरे बदे सजनी हमार हो,
कईसे कही कि केतना बा पियार हो ।

तोहरा से हमर जिनगी के खुशी ,
तोहरा के हंसल देखके मनवा के मिलेला संतुष्टि ,
तू नइखू त जियरा रहेला बेकारार हो ,
कईसे कही कि केतना बा प्यार !

बईठले बईठले जागले
सुतले,
आठों पहरियां तोहरे के इयाद करिले ,
तीज त्यौहार, ई शृंगार पटार, सब रौनक तोहरे से बलमू हमार हो ।
कईसे कही कि केतना बा प्यार हो !

कोनो अरमान हमर कोनो सपनवां ,
तोहरे बदे ऐ रानी धड़केला हमर धड़कनवां ,
जपेला हमर मनवा तोहर नाम के बार बार हो ।
कईसे कही की केतना बा प्यार हो !
लुटा देहले बानी हम तोहरा पे जिनगी के खÞजÞाना,
पियार पूजा होला पाप त नइखे फिर काहे शरमाना ,
करिले रात दिन ऐ साजन तोहर इंतिजार हो ।
कईसे कही कि केतना बा पियार हो !

दुहबी
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