English Poem

जन्म लेने से जिसे रोकते
वह जगत जननी हमारी है
कहने को वह आधी दुनिया
सारी दुनिया पर भारी है
बेटी,बहन,बुआ,मां,मौसी
दादी,नानी वह हमारी है
युगल बनकर साथ निभाती
जीवन की नायिका हमारी है
सुबह से उसको शाम हो जाती
काम से निजात न मिल पाती
पहले घर मे सबको खिलाती
बाद में रूखा,सूखा खा पाती
त्याग, समर्पण की मिशाल रही
दुनिया मे नारी शक्ति कहलाती।